Wednesday 12 February 2020

#परम_वैष्ण्व_श्री_सागरीया_बाबा भक्ति के कई रूप हे वेष्णव संप्रदाय या धर्म भी भक्ति का एक प्रकार हे वेष्णव सम्प्रदाय की यह भक्ति का नाम पुष्टिमार्ग हे पुष्टिमार्ग सम्प्रदाय के संस्थापक महाप्रभुजी हे वल्लभाचार्य महाप्रभुजी ने देश के कोने कोने मे पुष्टिमार्ग का प्रचार किया महाप्रभुजी के पुत्र विट्ठलनाथ जी थे उन्होने 252 वेष्णवो की वार्ता की थी जो त्रिवेणी नाम से प्रसिद्व हुवी इन 252 वेष्णवो मे 49 वे वेष्णव पुरुषोतम दास वेष्णव जो पुष्करण ब्राह्मण थे लेकिन फलोदी मे पुष्टिमार्ग का अत्यधिक प्रचार प्रसार श्री मगदत्त श्री गौपाल पुरोहित (सागरिया बाबा ) ने किया फलोदी की सीमा के बंधन से पुष्टिमार्ग गौरव काक राष्ट्र स्तर तक ऊंचा उठाया आपकी निष्ठा ,सेवा त्याग औऱ प्रचार से विश्व के सभी वेष्णव प्रभावित हे पूर्व मे आपा श्रीनाथ जी मंदिर नाथद्वारा मे पुजा सेवा कर चुके हे आपके के ही सदप्रयासों से ही फलोदी मे पुष्टिमार्गीय प्रथम मंदिर हवेली की स्थापना दि. 24 जून 1985 तदनुसार संवत 2042 आषाढ़ शुक्ला छठ क़ो मथुरा से मूर्ति लाकर गोस्वामी श्री बृजलालभूषण जी के द्वारा की गयी हवेली के षष्ठ ही गिरिराज जी का मंदिर भी स्थापित हे फलोदी मे पुष्टिमार्गीय हवेली स्थापित होने से भक्तो नयी चेतना आई हे ठाकुरजी सबका भला करे जय श्री कृष्णा मोहित एम पुरोहित 8290114198

महामानव सेठ अनोपचंद् जी हुडिया

फलोदी को आवश्यकता है आज फिर ऐसे महामानव की -- अब स्मृति शेष है -- महामानव स्व. अनोपचंद जी हुडिया " सेवा ही परमोधर्म व अहिंस...